Vodafone को लेकर बड़ी खबर आई है। यह खबर Vodafone की पैरेंट कंपनी को लेकर है। गुरुवार को यूके के नियामक ने कुछ शर्तों के साथ यूके की टेलीकॉम कंपनी फर्म Vodafone और थ्री मोबाइल के बीच विलय को मंजूरी दे दी। हालांकि, इस खबर का भारतीय कंपनी Vodafone Idea के शेयर पर क्या असर होगा? इस बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है। लेकिन शेयर पर नजर रखी जाएगी।
Vodafone को लेकर क्या है मामला-
प्रतिस्पर्धा और बाजार प्राधिकरण (सीएमए) ने कहा कि अगर दोनों कंपनियां यूके में एक साथ 5जी नेटवर्क लॉन्च करने के लिए तैयार हैं और अरबों डॉलर का निवेश करने के लिए भी तैयार हैं। अगर वे समझौते पर हस्ताक्षर करते हैं, तो £15 बिलियन ($19 बिलियन) के विलय को आगे बढ़ने की अनुमति है। संयुक्त उद्यम के जरिए बनने वाली नई कंपनी को कुछ मोबाइल टैरिफ सीमित करने होंगे और मोबाइल वर्चुअल नेटवर्क ऑपरेटर्स (एमवीएनओ) की पुरानी शर्तों को स्वीकार करना होगा।
मोबाइल ऑपरेटर जो किसी दूसरी कंपनी के नेटवर्क पर निर्भर होते हैं, उन्हें एमवीएनओ कहा जाता है। वोडाफोन और थ्री यूके। नेटवर्क के मालिक सीके हचिसन ने पिछले साल इस सौदे की घोषणा की थी। अब स्वीकृत हुए इस सौदे में दोनों ब्रांडों के यू.के. कारोबार का विलय किया जाएगा, जिससे वोडाफोन को 51% की नियंत्रित हिस्सेदारी मिलेगी और सी.के. हचिसन को एक छोटी हिस्सेदारी मिलेगी।
यह मेगा-विलय यू.के. मोबाइल के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक है, जिसमें 29 मिलियन ग्राहकों के साथ एक नया नेता उभरने वाला है। पिछले महीने, नियामक ने कुछ उपायों को अपनाने पर सौदे को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया था। नियामक को चिंता थी कि विलय, जो प्रमुख दूरसंचार नेटवर्क खिलाड़ियों की संख्या को चार से घटाकर तीन कर देगा, ग्राहकों पर अधिक बिलों का बोझ डालेगा। वोडाफोन ने कहा कि यह सौदा औपचारिक रूप से 2025 की पहली छमाही में पूरा होने की उम्मीद है।