केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक बड़ा बयान सामने आया है उन्होंने स्मार्ट शहर की जगह पर स्मार्ट गांव की जरूरत की बातें की है उनका तो यही मानना है कि गांव को भी स्मार्ट बनने की दिशा में सोचना चाहिए। न्यूज़ एजेंसी भाषा के अनुसार नितिन गडकरी ने स्कूल आफ प्लैनिंग एंड आर्किटेक्चर के 42 में दीक्षांत समारोह में अपने निजी प्रयासों का जिक्र किया है.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने बताया है कि मैं भी एक स्मार्ट गांव बना रहा हूं जिसमें 1000 वर्ग फीट का प्लॉट और 5 लख रुपए में 500 वर्ग फीट का घर होगा। इतना ही नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्री का यह भी कहना है कि इस स्मार्ट गांव में रहने वालों को जीवन भर फ्री बिजली और पानी भी मिलेगा जो इसे और भी ज्यादा आकर्षित बनता है.
नितिन गडकरी ने ज्ञान को महत्वपूर्ण बताया है और कहा है कि इस संपत्ति के अंदर बदलना देश के भविष्य के लिए बेहद जरूरी है उनका तो यह मानना है कि ज्ञान देश को आगे बढ़ाने में काफी मदद करेगा। केंद्रीय मंत्री का कहना है कि शिक्षित लोग भारत को 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में काफी मदद करेंगे और प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की दृष्टिकोण को साकार करने में भी अहम भूमिका निभाएंगे।
गडकरी का कहना है कि इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि देश को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षा और ज्ञान का प्रसार करना जरूरी है उन्होंने यह भी स्वीकार किया है की स्थिति और पर्यावरण की रक्षा महत्वपूर्ण है लेकिन इसके साथ ही देश के विकास को भी प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री का कहना है कि पर्यावरण और विकास के बीच समन्वय की आवश्यकता पर जोड़ देना चाहिए उनका कहना था कि दोनों को साथ में लेकर चलना पड़ेगा वहीं उन्होंने यहां तक भी कहा है कि स्मार्ट गांव बनाने के विचार से विकास के नए रास्ते खोले जा सकते हैं जो ग्रामीण जीवन को और भी ज्यादा बेहतर बनाएंगे। नितिन गडकरी के अनुसार स्मार्ट गांव और शिक्षा के महत्व से समाज के अंदर समग्र विकास में योगदान मिलेगा जो भारत को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में योगदान देगा।