जैसा की सर्दी का मौसम आ चुका है और गर्म कपड़ों की मांग भी लगातार होने लग गई है कई स्थानों पर तो गर्म कपड़ों का बाजार भी सज चुका है जिसमें अलग-अलग प्रकार के ऊनी कपड़े उपलब्ध है बिहार में भी ठंड का प्रकोप देखने को मिल रहा है ऐसे में यहां पर कई इलाकों में उन्हीं कपड़ों की दुकान लगी हुई है वही जहानाबाद जिले की बात करें तो यहां पटना और गया मुख्य सड़क पर कश्मीरी उलेन का मेला लगा हुआ है यहां पर वेहद ही सस्ते दाम में गर्म कपड़े उपलब्ध हैं यहां पर कश्मीरी शॉल कार्डिगन स्वेटर जैकेट ब्लेजर और बच्चों के लिए भी आकर्षक रेंज उपलब्ध है.
वहीं इस इलाके में पीजी रोड पर ऊंटा मिडिल स्कूल के सामने ही खुली दुकान में सुबह से लेकर शाम तक खरीदारों की भीड़ लगी रहती है कश्मीरी गर्म कपड़ों के मेले में पहली बार जहानाबाद जिले में अपनी दुकान लगाया है तो कई अन्य स्थानों पर उनके ब्रांच भी खुले हुए हैं दुकान के कैशियर सिद्धांत ने इस पूरे मामले पर बताया कि इस जिले में कश्मीरी उलन मेला पहली बार लगा है. उन्होंने बताया कि यहां हर तरह के गर्म कपड़े अलग-अलग रेंज में उपलब्ध हैं। लुधियाना, पानीपत और कश्मीर से यहां कपड़े आते हैं। इसके लिए खास तैयारियां करनी पड़ती हैं। शहर में यह मेला एक महीने से चल रहा है और फरवरी तक चलेगा।
दुकान के कैशियर ने बताया कि पुरुषों की जैकेट की शुरुआती रेंज 650 रुपये, बच्चों की जैकेट 300 रुपये और 3 बेबी कंबल 100 रुपये में उपलब्ध हैं। इसके अलावा हुडी, स्वेटर और स्वेटशर्ट भी उपलब्ध हैं। हुडी की शुरुआती रेंज 500 रुपये है, स्वेटर की कीमत भी यहीं से शुरू होती है। स्वेटर के भी अलग-अलग साइज हैं। यहां फुल स्वेटर और हाफ स्वेटर दोनों उपलब्ध हैं। इतना ही नहीं यहां बेडशीट भी उपलब्ध हैं। सिंगल बेडशीट की कीमत 250 रुपये से शुरू होती है। डबल बेड की बेडशीट की कीमत 300 से 350 रुपये तक उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि यहां महिलाओं के लिए गर्म कपड़े उपलब्ध हैं, जिसमें गर्म शॉल, स्वेटर, जैकेट और स्वेटशर्ट शामिल हैं. सभी कपड़ों की अलग-अलग कीमत है. बच्चों के लिए भी अलग सेक्शन है, जहां सभी तरह के गर्म कपड़े उपलब्ध हैं. खास बात यह है कि यहां सभी तरह के कपड़ों पर 50 फीसदी की छूट मिल रही है. यहां 100 रुपये में 3 मफलर भी मिल रहे हैं. ये अभी आउट ऑफ स्टॉक हैं. हालांकि, इन्हें ऑर्डर किया जा रहा है. इस दुकान की पूरे बिहार में कई शाखाएं हैं. औरंगाबाद में यह मेला पिछले 10 सालों से सर्दियों में लगता आ रहा है.