Collateral Loan: भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा किसानों को लेकर एक बड़ा ऐलान कर दिया गया है. वहीं केंद्रीय बैंक ने किसानों के लिए कॉलेटरल फ्री लोन की लिमिट भी बढ़ती है अब किस को ₹200000 तक का लोन बिना किसी चीज के गिरवी रखें ही मिल जाएगा। हालांकि पहले ही यह लिमिट 160000 रुपए तक की थी जिसे साल 2019 में भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा बढ़ा दिया गया था वहीं 5 साल के बाद किसानों के लिए कैसा कम एक बड़ी राहत के तौर पर भी देखा जा रहा है.
ऐसे में अब जिन किसानों को ₹200000 की आवश्यकता होगी वह अपनी संपत्ति को गिरवी नहीं रखेंगे और उनका पैसा भी मिल जाएगा हालांकि उन्हें पहचान और अन्य जरूरी कामों के लिए अन्य डॉक्यूमेंट तो देने पड़ेंगे भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से यह ऐलान छोटे और सीमांत किसानों को क्रेडिट लाइन में शामिल करने के लिए ही उठाया गया है इससे पहले भी किसान लोन का लाभ उठा रहे हैं आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में यह बड़ा कदम उठाया गया.
आखिर क्या होता है कॉलेटरल लोन (Collateral Loan)?
कोलैटरल लोन एक ऐसा लोन होता है जिसमें आपको लोन लेते समय कुछ सिक्योरिटी जमा करनी होती है। मोटे तौर पर लोन दो तरह के होते हैं। पहला अनसिक्योर्ड (पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड पर लोन), जिसमें आपको कोई सिक्योरिटी जमा नहीं करानी होती।
दूसरा सिक्योर्ड लोन जैसे होम लोन, कार लोन, गोल्ड लोन, बिजनेस लोन। इन्हें लेते समय बैंक आपसे सिक्योरिटी लेता है। अब ये सिक्योरिटी भी दो तरह की होती है। पहली प्राइम और दूसरी कोलैटरल सिक्योरिटी। अगर कर्जदार लोन नहीं चुका पाता है तो बैंक सिक्योरिटी आइटम बेचकर अपना पैसा वसूल करता है।
कोलैटरल लोन (Collateral Loan) कहां से मिल सकता है?
कोलैटरल फ्री लोन निजी और सरकारी दोनों बैंकों से लिया जा सकता है। इसके लिए ब्याज दर 10.50 प्रतिशत से अधिक है। कोलैटरल फ्री लोन बिना किसी प्रॉपर्टी गारंटी के दिया जाता है।
आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट अभी भी 6.50 प्रतिशत पर स्थिर है। यह 11वीं बार है जब रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।